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  Community Monitoring in Health Resources for the Practitioner

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पैरोकारी के चरण:
पैरोकारी एक सोची समझी योजनाबद्ध प्रक्रिया है लेकिन यह एक गतिशील प्रक्रिया भी हैI इसका मतलब यह है कि पैरोकारी से सम्बंधित कार्य चरणो में चलते हैंI ये सारे चरण निर्विवाद नहीं हैं और हमेशा आगे की तरफ प्रगति नहीं करते हैं| पैरोकारी की प्रक्रिया में पीछे भी जाना हो सकता हैI
 
विश्लेषण: समस्या की गहराई से समझ, शामिल लोगों के बारे में जानकारी, उपलब्ध नीतियों और मानकों की जानकारी , इन नीतियों के क्रियान्वन के बारे में जानकारी, प्रभावी लोगों और निर्णय निर्माताओं तक पहुच के लिए उपयोग होने वाले चैनल इत्यादि सम्मिलित हैंI
रणनीति निर्माण: मुद्दे को अधिकारों का उल्लंघन/बढ़ावा के रूप में समझाना, विशिष्ट लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना ; लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए स्पष्ट पथ बनाना ।
लामबंदी: नेटवर्किंग, गठबंधन  निर्माण, घटनाओं, गतिविधियों, संदेश और अलग दर्शकों के लिए अनुकूल सामग्री के माध्यम से गठबंधन के निर्माण; धरातल पर लामबंदी और धरातल से आने वाली आवाजों के  समर्थन के लिएI
 
कार्रवाई: विपक्ष और बदलावों पर तुरंत प्रतिक्रिया देना; योजनाब्ध और निरंतर गतिविधि, गटबंधन के सदस्यों को सूचित करते रहना, मीडिया पैरोकारी, नीति निर्माताओं को उनकी प्रतिबद्धता के लिए ज़वाबदेह बनाना; सफलता और विफलता के रिकार्ड्स रखना; लोगों के विचारों का निरीक्षण करना; सकारात्मक बातों का प्रचार प्रसार करनाI
 
मूल्यांन: प्रभाव, प्रक्रिया और मध्यवर्ती संकेताक की स्थापना; विशिष्ट घटनाओं और गतिविधियों का मूल्यांकन; उद्देश्यों के आधार पर आये बदलावों का दस्तावेजीकरण,; अनपेक्षित परिवर्तन का दस्तावेजीकरण परिणामों को हितग्राहियों के साथ साझा करनाI
 
निरंतरता: संरक्षित रखना, अगले चरण में जाना जैसे की पैरोकारी द्वारा अगर नयी नीति आ जाये तो अब उसकी निगरानी करना चाहिए, बदलाव को मजबूत करते रहें I केवल प्रतिक्रियाशील ही नहीं बल्कि सक्रिय, उत्तरदायी और लचीला भी बने रहनाI

पसंदीदा नैतिक गुण
  • तथ्य आधारित काम: अतिशयोक्ति, पक्षपातपूर्ण प्रस्तुति या सबूत के चुनिंदा उपयोग नैतिक नहीं हैं।
  • पारदर्शिता: साधन और साध्य पर सम्पूर्ण रूप से खुलापन और इमानदारी जिसमें वितीय स्त्रोत और इसके उपयोग भी शामिल हों|
  • समानता में विश्वास, सहयोग, न्याय और स्वतंत्रता: एक भागीदारी व प्रजातान्त्रिक दृष्टिकोण विशेष रूप से जब उस मुद्दे से कई लोग या नेटवर्क जुड़े हों|
  • भागीदारी: लोग सिर्फ संख्या में नहीं बल्कि सक्रिय रूप से होने चाहिए; नमूने के रूप में वंचित समुदाय का प्रतिनिधित्व अनैतिक हैI
  • वैचारिक पदों, worldviews, सिद्धांतों के साथ ही पूर्वाग्रहों की स्पष्ट घोषणा होनी चाहिएI
  • एक प्रतिबद्ध किन्तु लचीला दृष्टिकोण, बहस और सीखने के लिए तत्परता होनी चाहिएI
  • अपने पद और कारवाही के लिए ज़वाबदेह रहने को तैयार होना चाहिएI

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