Community Monitoring in Health Resources for the Practitioner |
स्वास्थ्य पदाधिकारियों की मैपिंग :
एक स्वास्थ्य व्यवस्था में मुख्या रूप से संगठनो, संस्थाओं, और संसाधनों का कुल योग है जिसका मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं पहॅुचाने के लिए संसाधन, संगठन, वित्त व्यवस्था और प्रबंधन का संयोजन व्यवस्थित रूप से होना चाहिए। लोगो के स्वास्थ्य अधिकार उन तक एक कुशल रूप से कार्य कर रही स्वास्थ्य व्यवस्था द्वारा मिलने चाहिए। जितनी अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था होगी, सम्भावना है की लोगों को अपने स्वास्थ्य से जुड़े हक मिलने में आसानी होगी। श्रेष्ठ स्तर की स्वास्थ्य व्यवस्था से अपेक्षा की जाती है की वे लोगों के प्रति बेहतर रूप से पकार्य कर पाएँगे। |
स्वास्थ्य व्यवस्था में स्वास्थ्य पदाधिकारियों को पता लगाना
स्वास्थ्य व्यवस्था पर अच्छी समझ हमें सामुदायिक ज़वाबदेही से जुड़े कार्य करने में मदद करती है। ज़वाबदेही जिम्मेदारियों से जुड़ी होती है और इसलिए हर स्तर पर सेवा प्रदाताओं की जिम्मेदारियों को जानना ज़रूरत के आधार पर उनसे उचित रूप से मांग की जाए और स्वास्थ्य व्यवस्था में उन पर फॉलो-अप किया जा सके। स्वास्थ्य व्यवस्था की जानकरी हमें जानकारी इकट्ठा करने, भागीदारी सर्वेक्षण का आयोजन व अपनी मांगांे के लिए तर्क और औचित्य के रूप में मदद करती है।
स्वास्थ्य व्यवस्था में मानव संसाधन
स्वास्थ्य प्रदाता स्वास्थ्य व्यवस्था के एक महत्वपूर्ण अंग हैं। लोग स्वास्थ्य प्रदाताओं से बातचीत करते हंै इसलिए इन स्वास्थ्य प्रदाताओं के मनोबल पर स्वास्थ्य व्यवस्था की उपयोगिता निर्भर करती है। यहाँ यह भी नोट करना महत्वपूर्ण है कि स्वास्थ्य व्यवस्था ज्ञान, प्राधिकरण, और सत्ता के अनुक्रम में व्यवस्थित है। समुदाय सामान्यतः स्वास्थ्य व्यवस्था के सबसे नीचे स्तर के स्वास्थ्य प्रदाताओं से मिलते हैं। इस स्तर के सेवाप्रदाता केवल उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करके ही सेवाएं दे पाते हैं। इस स्तर के सेवा प्रदाताओं के सामने बाहरी एवं अंदरूनी दोनों स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस स्तर के सेवाप्रदाता समुदाय के लिए यह प्रथम संपर्क स्तर है परन्तु स्वास्थ्य व्यवस्था में सबसे नीचे होते हैं।
इसलिए, स्वास्थ्य पदाधिकारियों के साथ कार्य करने के प्रकार एवं स्तर भिन्न है। जो समुदाय के हर स्तर पर अपने सम्बन्ध गहरे करता है उनको सेवा प्रदाताओं द्वारा पर्याप्त एवं समय पर सेवाएं मिलने की संभावना है। यह व्यक्तिगत कार्यात्मक सम्बन्ध हो सकते हैं या सामूहिक सत्ता के प्रयोग पर आधारित भी हो सकते हैं।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर अच्छी समझ हमें सामुदायिक ज़वाबदेही से जुड़े कार्य करने में मदद करती है। ज़वाबदेही जिम्मेदारियों से जुड़ी होती है और इसलिए हर स्तर पर सेवा प्रदाताओं की जिम्मेदारियों को जानना ज़रूरत के आधार पर उनसे उचित रूप से मांग की जाए और स्वास्थ्य व्यवस्था में उन पर फॉलो-अप किया जा सके। स्वास्थ्य व्यवस्था की जानकरी हमें जानकारी इकट्ठा करने, भागीदारी सर्वेक्षण का आयोजन व अपनी मांगांे के लिए तर्क और औचित्य के रूप में मदद करती है।
स्वास्थ्य व्यवस्था में मानव संसाधन
स्वास्थ्य प्रदाता स्वास्थ्य व्यवस्था के एक महत्वपूर्ण अंग हैं। लोग स्वास्थ्य प्रदाताओं से बातचीत करते हंै इसलिए इन स्वास्थ्य प्रदाताओं के मनोबल पर स्वास्थ्य व्यवस्था की उपयोगिता निर्भर करती है। यहाँ यह भी नोट करना महत्वपूर्ण है कि स्वास्थ्य व्यवस्था ज्ञान, प्राधिकरण, और सत्ता के अनुक्रम में व्यवस्थित है। समुदाय सामान्यतः स्वास्थ्य व्यवस्था के सबसे नीचे स्तर के स्वास्थ्य प्रदाताओं से मिलते हैं। इस स्तर के सेवाप्रदाता केवल उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करके ही सेवाएं दे पाते हैं। इस स्तर के सेवा प्रदाताओं के सामने बाहरी एवं अंदरूनी दोनों स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस स्तर के सेवाप्रदाता समुदाय के लिए यह प्रथम संपर्क स्तर है परन्तु स्वास्थ्य व्यवस्था में सबसे नीचे होते हैं।
इसलिए, स्वास्थ्य पदाधिकारियों के साथ कार्य करने के प्रकार एवं स्तर भिन्न है। जो समुदाय के हर स्तर पर अपने सम्बन्ध गहरे करता है उनको सेवा प्रदाताओं द्वारा पर्याप्त एवं समय पर सेवाएं मिलने की संभावना है। यह व्यक्तिगत कार्यात्मक सम्बन्ध हो सकते हैं या सामूहिक सत्ता के प्रयोग पर आधारित भी हो सकते हैं।