Community Monitoring in Health Resources for the Practitioner |
स्वास्थ्य अधिकारों में ज़वाबदेही के लिए मीडिया का उपयोग कैसे करें?
मीडिया- प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों पैरोकारी के सन्देश को सरकार और नीति निर्माताओं तक पंहुचाने के लिए एक शक्तिशाली माध्यम का काम करते हैंI यह सार्वजनिक जागरूकता के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपकरण हैI मीडिया को प्रभावी रूप से इस्तेमाल करने से पैरोकारी किये जाने वाले मुद्दे को सामने लाया जा सकता है व विश्वसनीयता भी बढ़ जाती हैI कभी कभी मीडिया द्वारा लगातार दर्शाए जाने पर, नीति निर्माता उन पर कार्यवाही शुरू कर देते हैं| कुछ संस्थान जैसे की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग और उनके सम्क्ष्य राज्य के पास इतनी शक्ति होती है कि वो स्वतः संज्ञान लेते हुए अधिकारों के उल्लंघन के मामले में उनकी व्याख्या, राहत और और मुआवजा प्रदान कर सकते हैंI ये आयोग मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर कार्यवाही ज़रूर कर सकते हैंI इन सब के बावजूद मीडिया के शक्तिशाली और लाभदायक भूमिका निभाने के बाद भी मीडिया पैरोकारी ने पैरकारी का मौका तक नही छोड़ा हैI
पैरोकारी की योजना में मीडिया के द्वारा पैरोकारी की एक सुविचारित योजना सम्मिलित होनी चाहिएI अगर यह नही होता है तो मुद्दों की रिपोर्टिंग से फायदे से ज्यादा नुकसान भी हो सकता है| I यहाँ यह याद रखना ज़रूरी है कि मीडिया किसी एक मुद्दे को सनसनीखेज बना सकती है जो की पैरोकारी के लिए उपयुक्त नही हो सकता हैI इसके अलावा मीडिया का एक प्रमुख परिपेक्ष्य यह है कि ये शायद ही अधिकारों की बात करता है और यह इनकी कवरेज से पता चलता हैI रणनीतियां प्रभावी मीडिया पैरोकारी के लिए अपनाई जाने वाली कुछ रणनीतियां और गतिविधियाँ निचे दी गयी है: |